Homeइतिहास पुरुष इतिहास पुरुषसम्राट पृथ्वीराज चौहान अंतिम हिन्दू सम्राट पृथ्वीराज चौहान – अनुक्रमणिका By Dr. Mohanlal Gupta July 18, 2021 0 1375 FacebookTwitterPinterestWhatsApp हिन्दू सम्राट पृथ्वीराज चौहान 1. आबू पर्वत पर अग्नि कुण्ड से प्रकट हुए थे चौहान! 2. माता शाकंभरी ने चौहानों को चांदी की झील बनाकर दी! 3. चौहानों का सात वर्षीय राजकुमार लोत खलीफा की सेना से लड़ा! 4. चौहानों ने चार सौ साल तक तुर्कों को भारत में नहीं घुसने दिया! 5. अजमेर के राजा वीर्यराम चौहान ने महमूद गजनवी को युद्ध में घायल करके भगा दिया! 6. चौहानों ने हिमालय से विंध्य तक का प्रदेश तुर्कों से मुक्त करवा लिया! 7. अर्णोराज ने हजारों तुर्कों को मारकर उनके शवों पर झील बना दी! 8. चौहानों और चौलुक्यों ने एक दूसरे को मारकर राष्ट्र की क्षति की! 9. राजा वीसलदेव चौहान ने तुर्कों को अटक नदी के पार खदेड़ दिया! 10. पृथ्वीराज के पिता सोमेश्वर को भाग्यवश मिला चौहानों का सिंहासन! 11. रानी कर्पूरदेवी ने चौहानों का राज्य संभाल लिया! 12. पृथ्वीराज चौहान इतिहास के रंगमंच पर भूमिका निभाने आ गया! 13. सोलह रानियाँ थीं सम्राट पृथ्वीराज चौहान की! 14. सम्राट पृथ्वीराज चौहान की रानी इच्छिनी की इतिहास कथा! 15. सम्राट पृथ्वीराज चौहान की रानी चंद्रावती पुण्डीर की इतिहास कथा! 16. सम्राट पृथ्वीराज चौहान की रानी पद्मावती की इतिहास-कथा! 17. यदि चौहान राज्य के नागरिकों को तंग किया तो तुझे गधे के पेट में सिलवा दूंगा! 18. राजा पृथ्वीराज चौहान की छाती पर गिद्ध बैठकर मांस नौंचने लगे! 19. राजकुमारी चंद्रावल, नौलखा हार और पारस पत्थर के लिए राजा पृथ्वीराज चौहान ने चंदेलों पर आक्रमण किया! 20. सम्राट पृथ्वीराज चौहान से लड़ते हुए अमर हो गए आल्हा-ऊदल! 21. राजा पृथ्वीराज चौहान ने राजकुमारी संयोगिता का हरण कर लिया! 22. भारत के राजा आपस में लड़ रहे थे और तुर्क भारत में घुसे आ रहे थे! 23. गुजरात के चौलुक्यों ने मुहम्मद गौरी में कसकर मार लगाई! 24. पंजाब के रास्ते भारत में घुस गया मुहम्मद गौरी! 25. अत्यधिक महान् बनाने के प्रयास में पृथ्वीराज चौहान का व्यक्तित्व विरूपति किया लोकसाहित्य ने! 26. गद्दार नहीं था राजा जयचंद गाहड़वाल! 27. मुहम्मद गौरी ने राजा पृथ्वीराज से संधि की आड़ में छल किया! 28. मुहम्मद गौरी ने राजा पृथ्वीराज को अंधा करके पत्थरों से उसके प्राण ले लिए! 29. पृथ्वीराज चौहान की पराजय से उत्तर भारत में हा-हाकार मच गया! 30. अजमेर के राजपूतों से गजनी ने भयानक प्रतिशोध लिया! 31. कुछ ही वर्षों में विशाल चौहान साम्राज्य तुर्कों के अधीन हो गया! TagsAjmerhistory of chouahansPrithviraj Chouhansambhar Share FacebookTwitterPinterestWhatsApp Previous articleमहाराणा अमरसिंह का जहांगीर से संघर्ष एवं सुलह – 1Next articleशक्तिपुंज प्रतापसिंह और अकबर (3) Dr. Mohanlal Guptahttps://rajasthanhistory.com Related Articles अलवर जिला टहला दुर्ग शेखावाटी लक्ष्मणगढ़ दुर्ग शेखावाटी खाचरियावास दुर्ग LEAVE A REPLY Cancel reply Comment: Please enter your comment! Name:* Please enter your name here Email:* You have entered an incorrect email address! Please enter your email address here Website: Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. Stay Connected21,585FansLike2,651FollowersFollow0SubscribersSubscribe - Advertisement - Latest Articles अलवर जिला टहला दुर्ग शेखावाटी लक्ष्मणगढ़ दुर्ग शेखावाटी खाचरियावास दुर्ग शेखावाटी फतहपुर दुर्ग डीडवाना-कुचामन जिला कुचामन दुर्ग Load more Categoriesसाहित्य134मेवाड़118पासवान गुलाबराय105इतिहास पुरुष103राष्ट्रीय राजनीति में मेवाड़ का प्रभाव68मारवाड़33सम्राट पृथ्वीराज चौहान32महाराजा रूपसिंह राठौड़29ढूंढाड़29हल्दीघाटी का युद्ध और महाराणा प्रताप27राजस्थान24ब्रिटिश शासन में राजपूताना की रोचक घटनाएँ23ग्रंथ परिचय23क्रांतिकारी बारहठ केसरीसिंह18युग निर्माता राव जोधा17इतिहास के स्रोत17युग निर्माता सवाई जयसिंह17राजस्थान में बौद्ध स्मारक एवं मूर्तियाँ14राजस्थान एक दृष्टि में13भूगोल एवं जलवायु13