- Advertisement -
Latest articles
ऊंटाला दुर्ग (वल्लभ नगर)
ई. 1952 में सरदार वल्लभभाई पटेल के नाम पर ऊंटाला का नाम बदलकर वल्लभनगर कर दिया गया। अब लोग इसे वल्लभनगर के नाम से ही जानते हैं और ऊंटाला दुर्ग का इतिहास नेपथ्य में चला गया है।
एकलिंग गढ़
जब मराठा सरदार माधोजी सिंधिया ने उदयपुर पर आक्रमण किया तब महारणा अरिसिंह (द्वितीय) (ई.1761-73) ने एकलिंग गढ़ पर दुश्मनभंजन नामक तोप चढ़वाई।
रमथेड़ा दुर्ग
वर्तमान समय में रमथेड़ा दुर्ग में एक होटल चलता है जिसमें देश-विदेश के पर्यटक आकर ठहरते हैं।
शेरगढ़ दुर्ग (धौलपुर जिला)
शेरगढ़ दुर्ग के दरवाजे पर रखी ‘हनुहुंकार’ नामक विशालकाय तोप थी जो जनता ने वहाँ से लाकर शहर के मुख्य बाजार में इन्दिरा पार्क में पर्यटकों के लिये रख दी है।
मण्डरायल दुर्ग
दिल्ली सल्तनत के काल में तथा मुगल सल्तनत के काल में मण्डरायल दुर्ग सैन्य छावनी की स्थापना की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता था।
Categories
- साहित्य134
- मेवाड़115
- पासवान गुलाबराय105
- इतिहास पुरुष103
- राष्ट्रीय राजनीति में मेवाड़ का प्रभाव68
- सम्राट पृथ्वीराज चौहान32
- महाराजा रूपसिंह राठौड़29
- मारवाड़28
- हल्दीघाटी का युद्ध और महाराणा प्रताप27
- राजस्थान24
- ब्रिटिश शासन में राजपूताना की रोचक घटनाएँ23
- ग्रंथ परिचय23
- ढूंढाड़20
- क्रांतिकारी बारहठ केसरीसिंह18
- युग निर्माता राव जोधा17
- इतिहास के स्रोत17
- युग निर्माता सवाई जयसिंह17
- राजस्थान में बौद्ध स्मारक एवं मूर्तियाँ14
- भूगोल एवं जलवायु13
- राजस्थान एक दृष्टि में13