- Advertisement -
Latest articles
भूगर्भीय जलस्तर में वृद्धि हेतु झालावाड़ जिले में ठोस कार्ययोजना
झालावाड़ जिले में भूगर्भीय जलस्तर में वृद्धि हेतु मुख्यमंत्री जलस्वावलम्बन योजना के तहत वर्ष 2016 में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए। इन उपायों से धरती के रीते गर्भ को हर साल 67 करोड़ घनफुट जल मिलेगा ।
झालावाड़ की बुनकर महिलाएं
झालावाड़ की बुनकर महिलाएं अपने हथकरघे पर तरह-तरह के कपड़े बुनकर देश-विदेश में निर्यात कर रही हैं।
झालावाड़ जिले के असनावर, रायपुर, झालरापाटन, झिरी, सुनेल,...
मारवाड़ में साहित्य संरक्षण एवं संवर्द्धन की परम्परा
मारवाड़ के अनेक राजा, रानी एवं राजकुमारियों में भी अनेक कवि, संत एवं साहित्यकार हुए जिन्होंने डिंगल, ब्रज, संस्कृत एवं हिन्दी भाषा के खजाने को समृद्ध किया।
अनुक्रमणिका – पासवान गुलाबराय
इस उपन्यास के कई संस्करण प्रकाशित हो चुके हैं। राजस्थान के प्रमुख समाचार पत्र दैनिक नवज्योति ने इसे धारावाहिक के रूप में भी प्रकाशित किया था।
राजस्थानी भाषा का साहित्य
राजस्थान का संत साहित्य विश्व का सर्वाधिक समृद्ध साहित्य है। राजस्थान के भक्ति आंदोलन में वैष्णव भक्तों, दादू पंथियों तथा राम स्नेही साधुओं ने विपुल मात्रा में संत साहित्य का सृजन किया। भक्ति, अध्यात्म, नीति एवं तत्व विवेचन इस साहित्य का प्रमुख आधार है।
Categories
- मेवाड़119
- पासवान गुलाबराय105
- इतिहास पुरुष103
- राष्ट्रीय राजनीति में मेवाड़ का प्रभाव68
- साहित्य33
- मारवाड़33
- सम्राट पृथ्वीराज चौहान32
- ढूंढाड़29
- महाराजा रूपसिंह राठौड़29
- हल्दीघाटी का युद्ध और महाराणा प्रताप27
- राजस्थान27
- ब्रिटिश शासन में राजपूताना की रोचक घटनाएँ23
- ऐतिहासिक उपन्यास20
- क्रांतिकारी बारहठ केसरीसिंह18
- युग निर्माता राव जोधा17
- युग निर्माता सवाई जयसिंह17
- इतिहास के स्रोत17
- राजस्थान में बौद्ध स्मारक एवं मूर्तियाँ14
- भूगोल एवं जलवायु13