इस पुस्तक में भरतपुर के महाराजा सूरजमल के जीवन की गाथा, संघर्ष एवं उपलब्धिायें का इतिहास लिखा गया है। महाराजा सूरजमल ने मुगलों की सल्तनत में से भूभाग काटकर अपने लिए एक नवीन राज्य का निर्माण किया जो उस युग की बहुत बड़ी उपलब्धि थी।