- Advertisement -
Latest articles
लक्ष्मणगढ़ दुर्ग
लक्ष्मणगढ़ दुर्ग पूरी दुनिया में वास्तुकला का एक अनूठा नमूना है क्योंकि यह संरचना विशाल चट्टानों के बिखरे हुए टुकड़ों पर बनी है।
खाचरियावास दुर्ग
ठाकुर विजयसिंह ने दुर्ग के चारों ओर बुर्जों का तथा दुर्ग के भीतर महलों का निर्माण करवाया। उसने चारों कोनों पर चार बुर्ज बनवाईं जहाँ से तोपें चलाई जाती थीं।
फतहपुर दुर्ग
फतेहपुर दुर्ग ई.1453 में नवाब फतेह खाँ ने बनवाया। उसने किले का अंतःभाग तथा प्राचीर का ही निर्माण करवाया।
कुचामन दुर्ग
कुचामन और उसके निकटवर्ती क्षेत्र यथा हिराणी, मीठड़ी, लिचाणा आदि से गौड़ शासकों के शिलालेख प्राप्त होते हैं।
चौमूं दुर्ग (रघुनाथगढ़)
चौमूं का किला स्थल दुर्ग, पारिख दुर्ग तथा धान्वन दुर्ग की श्रेणी में आता है। निर्माण के समय यह चारों ओर से वन प्रदेश से घिरा हुआ था इस कारण ऐरण श्रेणी का दुर्ग था। अब दुर्ग के चारों ओर के वन कट गये हैं।
Categories
- साहित्य134
- मेवाड़117
- पासवान गुलाबराय105
- इतिहास पुरुष103
- राष्ट्रीय राजनीति में मेवाड़ का प्रभाव68
- मारवाड़33
- सम्राट पृथ्वीराज चौहान32
- महाराजा रूपसिंह राठौड़29
- ढूंढाड़28
- हल्दीघाटी का युद्ध और महाराणा प्रताप27
- राजस्थान24
- ग्रंथ परिचय23
- ब्रिटिश शासन में राजपूताना की रोचक घटनाएँ23
- क्रांतिकारी बारहठ केसरीसिंह18
- इतिहास के स्रोत17
- युग निर्माता राव जोधा17
- युग निर्माता सवाई जयसिंह17
- राजस्थान में बौद्ध स्मारक एवं मूर्तियाँ14
- भूगोल एवं जलवायु13
- राजस्थान एक दृष्टि में13