शाहाबाद का भू-भाग, बुन्देलखण्ड का भाग है। यहाँ बुन्देलखण्डी भाषा बोली जाती है। शाहाबाद के धंधेरा शासकों के, बुन्देलखण्ड के बुन्देल शासकों से विवाह सम्बन्ध होते थे।
इस दुर्ग के वास्तविक निर्माताओं एवं दुर्ग के निर्माण काल की अब कोई जानकारी उपलब्ध नहीं होती है। संभवतः चौहानों के काल में इसका निर्माण नहीं हुआ क्योंकि किसी भी चौहान लेख में इसका उल्लेख नहीं है।
देवड़ा शाखा में उत्पन्न शिवभान के पुत्र सहसमल ने ई.1425 में सिरोही का दुर्ग तथा राजप्रासाद बनवाये। लाखा अखैराज (द्वितीय) तथा अन्य राजाओं ने भी इस दुर्ग में अनेक निर्माण करवाये।