Friday, February 21, 2025
spot_img
Home ढूंढाड़

ढूंढाड़

ढूंढाड़ क्षेत्र एक प्राचीन सांस्कृतिक क्षेत्र था। इसी क्षेत्र में नरवर के कच्छवाहों ने आम्बेर राज्य की स्थापना की जिसके कारण आम्बेर राज्य को ढूंढाढ़ राज्य भी कहा जाता था। जब ई.1725 के आसपास जयपुर नगर बस कर तैयार हो गया, तब से इसे जयपुर राज्य भी कहने लगे। इसमें वर्तमान जयपुर, सवाईमाधोपुर आदि जिले आते थे।

- Advertisement -

Latest articles

कमलताल - www.rajasthanhistory.com

कमलताल

0
धौलपुर नगर से बाहर एक उजड़ी हुई सी बस्ती में लोहे की ग्रिल से घिरा हुआ एक स्थान कमलताल कहलाता है। यह एक छोटा...
लोहागढ़ - www.rajasthanhistory.com

लोहागढ़ दुर्ग भरतपुर

0
लोहागढ़ दुर्ग भरतपुर नगर के दक्षिणी हिस्से में स्थित है तथा आयताकार बना हुआ है। दुर्ग का विस्तार 6.4 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में है।
कुम्हेर दुर्ग - www.rajasthanhistory.com

कुम्हेर दुर्ग

0
कुम्हेर दुर्ग का पुराना नाम कुबेरपुर था। संभवतः कुबेर शब्द लोकवाणी में घिस कर कुम्हेर रह गया। यह भी मान्यता है कि सिनसिनी के...
चूरू जिले के दुर्ग - www.rajasthanhistory.com

चूरू जिले के दुर्ग

0
रियासती काल में चूरू जिला बीकानेर रियासत के अंतर्गत स्थित था जिस पर राठौड़ राजवंश का शासन था। इसलिए चूरू जिले के दुर्ग राठौड़...
शेखावतों के लघु दुर्ग - www.rajasthanhistory.com

शेखावतों के लघु दुर्ग

0
शेखावत आम्बेर के कच्छवाहा शासक वंश की ही एक शाखा है। इनका कोई बड़ा स्वतंत्र राज्य नहीं था। ये स्थानीय शासकों की तरह शासन...
// disable viewing page source