राजस्थान में दुर्ग अत्यंत प्राचीन काल में बनने लगे थे, इनमें से सैंकडों दुर्ग काल के प्रवाह में बह गए किंतु कुछ दुर्ग जीर्णोद्धार एवं विस्तार के कारण आज भी अस्तित्व में हैं। आजादी के बाद बड़ी संख्या में दुर्ग उपेक्षित अवस्था में पड़े हैं।
वर्ष 1993 में जवाहर कला केन्द्र जयपुर द्वारा ग्राम सेवकों एवं पटवारियों के माध्यम से पूरे राज्य में एक ऐतिहासिक सर्वेक्षण करवाया गया तथा 27 जिलों के राजस्थान में दुर्ग एवं ऐतिहासिक भवनों की एक सूची तैयार करवाई गई। इस सूची के अनुसार राजस्थान के विभिन्न जिलों में स्थित दुर्ग एवं उनके खण्डहरों की उपस्थिति इस प्रकार पाई गई-
अजमेर जिला
अजमेर जिले में अजमेर, सरवाड़, किशनगढ़, रूपनगढ़, धून्धरी, सावर, कादेड़ा, बघेरा, जूनिया, पीपलाज, तिलोनिया, करकेड़ी, रलावतां, राजगढ़, गोविंदगढ़, पीसांगन, पाडलिया, शोकली, राताकोट, अमरगढ़, बान्दनवाड़ा, अराई, भांभोलाव, मण्डावरिया, झीरोता, ठसूक, पाण्डरवाड़ा, फतहगढ़, बोराडा, सांपला, गोठियाना, टॉडगढ़, श्यामगढ़, खरवा, रामगढ़, सुना चौडसिया, जामोला, केलू, मसूदा, श्रीनगर, हौशियारा में पुराने किले अथवा उनके खण्डहर स्थित हैं।
जयपुर जिला
जयपुर जिले में झाग, भोजपुर, गुढ़ा सायपुरा, आकोदा, आसलपुर, हरसोली, रहलाना, भावासा, बोराज, मोरीजा, महारकलां, पड़ासोली, बांसखोह, माधोगढ़, कानोता, नींदड़, बैनाड़, धूलारावजी (दो किले), नायला, धौला, घटवाड़ी, थौलाई, बीड़पुनारपुरा, बिशनगढ़, बड़ागांव, लवाण, काबलेश्वर, काली पहाड़ी, खवारावजी, जौण, बगरू, खड़ब, कलवाड़ा, बावड़ीखेड़ा, अलीपुर, गुढ़ा कटला, बिवाई, मुही, पहाड़िया, झाड़लां, खिजूरिया, चन्दमा कला, चित्तौड़, पीपला, माधोराजपुरा, मानपुर, सिकराय, गढ़ोरा, दुब्बी, बहरावण्डा, गीजगढ़, श्री गोविंदपुरा, गोल, पुराना खटवा, पचकोड़िया, दूधी, जयसिंहपुरा, पावटा, मैड़ में पुराने किले अथवा उनके खण्डहर स्थित हैं।
सवाईमाधोपुर जिला
सवाईमाधोपुर जिले में सवाईमाधोपुर, सुरौठ, कोटरी, बदनपुरा, पालनपुर, कोटड़ा डहर, सिवाड़, भगवतगढ़, सारसोप, चौथ का बरवाड़ा, ओलवाड़ा, ईसरदा, कुस्तला, खूडा, पिपरानी, माचड़ी, शहर, चिरावड़ा, लालसर, गुड़ाचन्दजी, केमा, रौसी, तालचिड़ी, खण्डार, कुशलपुर, धिरौली, खिदरपुर जादू, फलौदी, चितारा, पांचोलास, बौंली, मलारनाचोर, सपोटरा, नारोली, गढ़ी का गांव, सिमर, सैमरदा, फतहपुर, ओंड, पांचोली, मण्डरायल, रामठरा, नानपुर, बहादुरपुर, टोकसी, खुदस्या, चूली, सिवाला, खोहरा, गोरडा, पदमपुरा, डौरावली, भनकपुरा, पाड़ला, पाड़ला जागीर, शंकरपुर तथा गंगापुरसिटी में पुराने किले अथवा उनके खण्डहर स्थित हैं।
अलवर जिला
अलवर जिले में अलवर, बहरोड़, भूड़ा, बिंजारी, छिलोरी, गढ़ी सवाईराम, जामडोली, तसींग, महाराजवास, जावली, खुडियाना, झालाटाला, खोहरा, सायपुर, लक्ष्मणगढ़, ततारपुर, करणीकोट में पुराने किले अथवा उनके खण्डहर स्थित हैं।
भरतपुर जिला
भरतपुर जिले में गाधानेर, गंगोरा, हलेना, रणधीरगढ़, निठार, गढ़ी बाजना, सिंघाड़ा, खरेरी, शाहपुरा, थाना डांग, भौगिपुरा, सोगर, डहरा, अवार, रुदावल, नौगांवा, इकरन, नगर, वैर, डीग, नोह के दुर्ग हैं।
धौलपुर जिला
धौलपुर जिले में मौजा सिकरां, अहमदपुर, मदनपुर, रिझौनी, बिलोनी, झीरी, बासरई, सरमथुरा (फूटाकिला), खुर्दिया में गढ़ एवं गढ़ैया स्थित हैं। धौलपुर शहर में वार्ड नं. 18 में शेरगढ़ का किला है। बाड़ी शहर में वार्ड नं. 1 एवं वार्ड नं. 14 में दो किले हैं।
उदयपुर जिला
उदयपुर जिले में बोरवा, सारोढ, बरार, कोठारिया, हवाला कलां, ईसवाल, बेदला, कठार, रामा, बम्बोरा, खेरवाड़ा, बलीचा, रूपनगर, कुंभलगढ़, लसाड़िया, डूमातालाब, आगरिया, सरदारगढ़, केलाउ, कुंवारिया, जसवंतगढ़, महाराजा, शक्करगढ़, भोराईपाल, सराड़ा, केलथरा, खण्टोटी, लालपुरा, बानसूर, टहलां, बलदेवगढ़, राजपुर बड़ा, पलवा, रामगढ़, मणकी, रघुनाथगढ़, केसरोली, बाम्बोली, बालेटा, मालाखेड़ा, तूलेड़ा, किशनगढ़ बास, रींझवास, जटवाड़ा, अजबगढ़ में पुराने किले अथवा उनके खण्डहर स्थित हैं।
चित्तौड़गढ़ जिला
चित्तौड़गढ़ जिले में धमोतर, देवगढ़, आंकोला कला, नाहरगढ़, कन्नौज, बड़ी सादड़ी, पारसोली, बूल, बिछोर, उत्थेन खुर्द, चेची, राजगढ़ तालाब, नारेला, नेतावल महाराज, सादी, बलदरखां, विजैपुर, बाड़ी, लसड़ावन, ईंटों का तालाब, पक्की सरकोट (कानगढ़), लालगढ़, नीमड़ी गांव, बोराव, कपासन में भैरवगढ़, बेगूं तथा गंगरार के किले स्थित हैं। गंगरार के निकट खटाणा दुर्ग के खण्डहर विद्यमान हैं।
भीलवाड़ा जिला
भीलवाड़ा जिले के रायुपर में सिंधिया का किला तथा खेमाणा गढ़ स्थित हैं। गांव आशाहोली, संग्रामगढ़, दांता कला, करेडा, थाणा, सुरास, सवाईपुर, आम्बा, पारोली, नांदशा, शिवरती, कोशीथल, करजलिया, रघुनाथगढ़, ईटूंदा, रोपा, अमलीकला, खामोर, लूलास, सांगरिया, कोठिया, उपरेड़ा, बरण, बामणिया, रायला, जालिन्द्री, थलकला, खटवाड़ा, सरथला, खैराबाद, मंगरोप, हमीरगढ़, पीपली, बरड़ोड, भोपालगढ़, आरजिया, कारोई में पुराने किले अथवा उनके खण्डहर स्थित हैं।
नारेली गांव में ज्ञानगढ़ का पुराना किला स्थित है। गांव बागौर के गढ़ में गुरु गोविंदसिंहजी ठहरे थे। ओजियाणा में पहाड़ी पर ओजियाणा गढ़ स्थित है। गांव मोड़का निम्बाहेड़ा में मौर्यवंशी किला बताया जाता है। भीलवाड़ा शहर के वार्ड नम्बर 39 में भी एक गढ़ है जिसे देवगढ़ वालों ने बनवाया।
सीकर जिला
सीकर जिले में सीकर, फतहपुर, लक्ष्मणगढ़, खण्डेला में धीरजगढ़ तथा ऊदलगढ़, रींगस, लोसल, गाड़ोदा, नेछवा, मिरण्ड, पाटोदा, मंगलूणा, दीपपुरा, महावा (गुहालगढ़), गुवार, सिरोही, दांतारामगढ़, बाजियांवास, डांसरोली (पहाड़ी पर किला), दांता, बाय, आलोदा, डूकिया, धींगपुर, कुशलपुरा, कटराथल, देवगढ़, श्यामगढ़, सांगरवा, रेवासा, गढ़ भोपजी, चोकड़ी, गोविंदपुरा, सलेदीपुरा तथा खटून्दरा के किले स्थित हैं।
चूरू जिला
चूरू जिले में लोहसना बड़ा, पीथीसर, लाखऊ, बिरमसर, कांगड़, पड़िहारा, गोरीसर, जालेऊ, सेहला, बिरमसर, बीनादेसर, लाछड़सर, मलसीसर, कानूता, मगरासर, भोमासर, शोभासर, खारासर, कुड़ी, ददरेवा, रावतसर कूंजला, मेहरीराजियान, बायं, राजपुरा, चूरू, रतननगर, तारानगर, जोधासर तथा राजगढ़ का किला स्थित हैं।
झुंझुनूं जिला
झुंझुनू जिले में चनाना, बाडेट, मलसीसर, महनसर, कोलिण्डा, निराधनू, बागोर, सीहोर, पापुरना, गुड़ा, टीटनवाड़, कोट, पचलंगी, बुड़ाना, मारीगसर, सीगड़ा, डूण्डलोद, किरोड़ी, चिराना, डूमरा, नवलगढ़ (वार्ड संख्या 13 एवं 14), झुंझुनूं (वार्ड संख्या 11 एवं 14) मुकुंदगढ़ तथा पिलानी में पुराने किले अथवा उनके खण्डहर स्थित हैं।
बीकानेर जिला
बीकानेर जिले में तेजरासर, सतासर, छतरगढ़, पांचू, खिंयेरा, महाजन, उत्तम देसेर, कालू, जैतपुर, सुईं, कोटड़ी, बीकमपुर, गडियाला में पुराने किले अथवा उनके खण्डहर स्थित हैं।
गंगानगर एवं हनुमानगढ़ जिले
गंगानगर एवं हनुमानगढ़ जिलों में बिसरासर, बिरकाली, भूखरका, नथवानिया, खुइयां, थिराना, जसाना, रोजड़ी, 28 जी बी, अजीतपुरा, फतहगढ़, हनुमानगढ़, सूरतगढ़, रावतसर तथा अनूपगढ़ में पुराने किले अथवा उनके खण्डहर स्थित हैं।
जोधपुर जिला
जोधपुर जिले में जोधपुर, मण्डोर, फलौदी, भोपालगढ़, चाम्पासर, टोडियाणा, आसोप, खेजड़ला, कालाऊना, ऊंटवालिया, भैंसेर कोटवाली, बालखा, बीजवाड़िया, लवेराकलां, चिराई, भींयासर तथा खारा में पुराने किले अथवा उनके खण्डहर स्थित हैं।
पाली जिला
पाली जिले में आगेवा, लौटोती, रोहट, बलूंदा, सेवरिया, रास, ढाणी निम्बेरी, खारीया नींव, सुमेल, गुंदोज, सिनला, राणावास, ढाल, हलावट, देसूरी नाना, सेवाड़ी, पालड़ी जोड़, कोसेलाव, रानीगांव, बाली, जैतारण, में पुराने किले अथवा उनके खण्डहर स्थित हैं।
जालोर जिला
जालौर जिले में जालोर, भाद्राजून तथा कोटकास्तां में पुराने किले स्थित हैं।
सिरोही जिला
सिरोही जिले में रोहुआ, बांध्यागढ़, भारजा, बसंतगढ़, सिरोही दुर्ग स्थित हैं।
नागौर जिला
नागौर जिले में नागौर, कालेटड़ा, खुण्डियावास, भाखरी मोलास, मन्डोवरी, रूणीजा, पीपलाद, अरट, किन्सरिया, विद्याद, चितावा, बड़ू, जावला, झालरा, खानपुर, डोडवाड़ी, बरवाली, बूड़सू, पुरोहित की ढाणी, गेढ़ाकलां, बिलू, मनाना, पालड़ीकलां, मारोठ, नारायणपुरा, शिव, पांचवा, सरगोठ, डोडियाना, लाडनूं, कुचामन, नावां तथा मेड़ता में पुराने किले अथवा उनके खण्डहर स्थित हैं।
डूंगरपुर जिला
डूंगरपुर जिले में बीछीवाड़ा का किला तथा डूंगरपुर नगर में फतहगढ़ी का किला स्थित है जिसे भागागढ़ अर्थात् टूटा हुआ गढ़ कहते हैं।
बांसवाड़ा जिला
बांसवाड़ा जिले में कुशलगढ़ तथा सीमलवाड़ा के किले और समाईपुरा में बामपाड़ा के खण्डहर हैं। पंचायत समिति बागीडौरा के गांव शेरगढ़ तथा छोटी सरवण में पुराना किले स्थित हैं।
कोटा जिला
कोटा जिले में छबड़ा, कोटा (गढ़ पैलेस), सांगोद (वार्ड नम्बर 4), नाहरगढ़, जलवाड़ा, भंवरगढ़, रामगढ़, भावगढ़, सोरसन, पाड़ेली, खेड़ली बैरिसाल, फरेरा, फूसोद, करवाड़, खातौली, गैंता, बालूपा, फूल बड़ौदा, आटोन, शेरगढ़, सांडपुर, कस्बा थाना, शाहबाद, कृपालपुर, कोटड़ी सूण्डा, कोयला के दुर्ग हैं।
बूंदी जिला
बूंदी जिले में कापरेन, आंतरदा, रामगढ़, तलवासा, सावंतगढ़, उमर, टोकड़ा, हिण्डोली, रोटेड़ा, कांकरा डूंगर, उतराना, अनघोरा, बलवन, मारविदा, नीम का खेड़ा, नैनवा, इन्द्रगढ़ तथा बूंदी का किला स्थित हैं।
झालावाड़ जिला
झालावाड़ जिले में उन्हैल नागेश्वर, दुधालिया, गंगधार, गागरोन, बकानी, भालता, नवलखा किला, चमारगढ़ कोटड़ा, मनोहरथाना का किला स्थित हैं।
टोंक जिला
टोंक जिले में निमोला, बगड़ी, पॉसरोटिया, ककोड़, बनेठा, सिरोही, झिलाय, पलेई, निवाई, सोडला, बिजवाड़, बेनपा, देवली, गावड़ी, दूनी, बालागढ़, बलूंदा, टोड़ा का गोठड़ा, सावंतगढ़, राजमहल, निवारिया, झाड़ली, लाम्बिया जूनादार, पचेवर, लांबा हरिसिंह, टोरड़ी (पहाड़ी किला), आंटोली, पारानी, डिग्गी, उनियारा, अलीगढ़, मोहम्मदगढ़ तथा बहड़ में प्राचीन किले हैं।
जैसलमेर जिला
जैसलमेर जिले में खाबा, खुइयाला, लखा, रामगढ़, शाहगढ़, रणधा, लवां, लुहारगढ़, लाठी, नाचना, मोहनगढ़, काणोद, पोकरण के किले हैं।
बाड़मेर जिला
बाड़मेर जिले में सिवाना, सिणेर, कोट तिलानी, बाखरपुरा, जूनापत रासर (जूनागढ़), कोटड़ा, बाड़मेर शहर के वार्ड नं. 10 में एक पहाड़ पर पुराना किला मौजूद है।
इस प्रकार हम देखते हैं कि आज भी राजस्थान में दुर्ग बड़ी संख्या में मौजूद हैं किंतु रख-रखाव के अभाव में कुछ सालों में इनमें से बहुत से दुर्ग पूर्णतः नष्ट हो जाएंगे।