मेड़ता उपखण्ड में 128 गांव हैं जिनकी सूची यहाँ दी जा रही है। साथ ही कुछ प्रमुख गांवों के बारे में अन्य विवरण भी दिया गया है। मेड़ता उपखण्ड के कुछ गांवों के विवरण इसी वैबसाइट पर अलग ब्लॉग के रूप में लिखे गए हैं।
मेड़ता उपखण्ड के गांव
जारोड़ा
जारोड़ा (Jaroda) मेड़ता उपखण्ड में है। जारोडा गांव के आसपास के 30 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को भी आखेट निषिद्ध क्षेत्र घोषित किया गया है। यहाँ भी हिरण आदि कोमल वन्यपशुओं को बड़ी संख्या में विचरण करते देखा जा सकता है।
नोखा चान्दावतां
नोखा चान्दावतां (Nokha Chandawatan) मेड़ता उपखण्ड में है। यह कुचेरा से जोधपुर जाने वाले मार्ग पर स्थित है। आज से लगभग 450 वर्ष पहले चान्दावत राजपूतों ने इस गांव पर अधिकार किया। राव चान्दोजी ने इस गांव को नये सिरे से बसाया। इस गांव के पास पुराने घरों में अवशेष देखे जा सकते हैं।
कुछ स्थानों पर गन्ना पेरने के अत्यन्त प्राचीन पत्थर देखने को मिलते हैं। किसी समय इस क्षेत्र में गन्ने की खेती होती थी। इस गांव में रामस्नेही सम्प्रदाय के संत गुलाबदास हुए जिनके नाम पर एक मंदिर एवं आश्रम बना हुआ है। प्रतिवर्ष वसंत पंचमी को यहाँ बड़ा मेला लगता है।
नोखा चान्दावतां में 7 बीघा भूमि पर एक सुन्दर उद्यान बना हुआ है। यह उद्यान निजी है किंतु इसमें किसी के प्रवेश पर प्रतिबन्ध नहीं है। गांव में ठाकुरजी, रामदेवजी, हनुमानजी तथा तेजाजी के मंदिर एवं तीन प्राचीन सरोवर दर्शनीय हैं। यहाँ के व्यापारी भारतवर्ष के बड़े नगरों में व्यापार करते हैं।
ढावा
मेड़ता उपखण्ड के ढावा (Dhava) गांव का पुराना नाम फूलनगर है। यहाँ ताम्बे की प्राचीन खान स्थित है जो अब बन्द है। गांव के तालाब का पानी ताम्बाई है जिसमें कपड़े धोने से कपड़ों पर रंग चढ़ जाता है तथा पीने से कोढ़ एवं लकुआ जैसी बीमारियां हो जाती हैं। शेरशाह सूरी के समय इस गांव की सरहद पर एक बड़ी लड़ाई हुई थी। गांव में कुछ स्थानों पर खुदाई करने से पुरानी मूर्तियां तथा कलात्मक स्तम्भ निकला है।
मेड़ता उपखण्ड के गांवों की सूची
| 1 | मेड़ता | 2 | लांछ की ढाणी | 3 | डांगावास |
| 4 | गणेशपुरा | 5 | शुभदण्ड | 6 | पोलास गाडेता |
| 7 | नया खेड़ा | 8 | पाण्डू खां | 9 | मेघादण्ड |
| 10 | बीजाण्डा का ढाणी | 11 | सोगावास | 12 | नेतड़िया |
| 13 | सारंग बासनी | 14 | कमा बासनी | 15 | श्यामपुरा |
| 16 | बेदावड़ी कलां | 17 | बेदावड़ी खुर्द | 18 | फलौदी |
| 19 | पांचडौलिया कलां | 20 | पांचडौलिया खुर्द | 21 | जाजड़ावास |
| 22 | शिवरामपुरा | 23 | बामणावास | 24 | हंसियास |
| 25 | कापड़ीयावास | 26 | ढावा | 27 | सिरसला |
| 28 | मोटूस | 29 | बासनी नेता | 30 | |
| 31 | जारोड़ा कलां | 32 | जारोड़ा खुर्द | 33 | जारोड़ा गुजरां |
| 34 | जारोड़ा चारणा | 35 | पुंजियास | 36 | वीर तेजा नगर |
| 37 | छापरी खुर्द | 38 | छापरी कलां | 39 | कूंपड़ास |
| 40 | गोटन | 41 | टालनपुर | 42 | पुन्दलू |
| 42 | धनापा | 43 | टुंकलिया | 44 | राम नगर |
| 45 | गगराना | 46 | बायड़ | 47 | चौहान नगर |
| 48 | गंठिया | 49 | सोडास | 50 | इन्दावड़ |
| 51 | ढाढासनी | 52 | शेखासनी | 53 | देशवाल |
| 54 | बासनी सिया चारणा | 55 | बासनी नृसिंह | 56 | बासनी सेजा |
| 57 | भीलावास | 58 | नोखा चांदावता | 59 | ताडो की ढाणी |
| 60 | भाटियों की ढाणी | 61 | दधवाड़ा | 62 | दधवाड़ी |
| 63 | गागुड़ा | 64 | सिराधना | 65 | ओलादन |
| 65 | रेण | 66 | थलां की ढाणी | 67 | डारों की ढाणी |
| 68 | चारणों की ढाणी | 69 | खेडूली | 70 | दत्ताणी |
| 69 | पंचकूटो की ढाणी | 70 | लाई | 71 | जैसास अखेराज |
| 72 | भूणास | 73 | माईदण्ड कलां | 74 | माईदण्ड खुर्द |
| 75 | बासनी रेबारियान | 76 | जावली | 77 | तोगास |
| 78 | जोरावरपुरा | 79 | डाबरियानी खुर्द | 80 | देवास |
| 81 | डाबरियानी कलां | 82 | भैरावास | 83 | मोकलपुर |
| 84 | पृथ्वीपुरा | 85 | कलरू | 86 | सातलावास |
| 87 | मालीयों की ढाणी | 88 | गंगारड़ा | 89 | लाम्बा जाटान |
| 90 | बासनी रामा चारणा | 91 | गंगारड़ी | 92 | इन्दोकिया वास |
| 93 | लुणियास | 94 | बीटन | 95 | बड़गांव |
| 96 | बासनी कच्छावा | 97 | रामलियावास | 98 | पीथास |
| 99 | खाखड़की | 100 | मांगलियावास | 101 | कुरड़ाया |
| 102 | भूरियासनी | 103 | उंचारड़ा कलां | 104 | उंचारड़ा खुर्द |
| 105 | हिरण खुरी | 106 | हरसौलाव | 107 | शिव |
| 108 | चौपड़ो की ढाणी | 109 | रोल चान्दावता | 110 | कात्यासनी |
| 111 | रियां श्यामदास | 112 | धांधलास जालप | 113 | आकेली ए |
| 114 | बाकलियावास | 115 | जलवाना | 116 | बासनी व्यासा |
| 117 | कड़वासड़ो की ढाणी | 118 | धोलेराव कलां | 119 | चौकासनी |
| 120 | सांगवो की ढाणी | 121 | डोटोलाई | 122 | करकवाल |
| 123 | डूकियो की ढाणी | 124 | मोररा | 125 | बासनी सुमेर मांगलिया |
| 126 | धांधलास उदा | 127 | फरासपुरा | 128 | मोररा गोडा |
-इस ब्लॉग में प्रयुक्त सामग्री डॉ. मोहनलाल गुप्ता द्वारा लिखित ग्रंथ नागौर जिले का राजनीतिक एवं सांस्कृतिक इतिहास से ली गई है।



