डीडवाना पहले नागौर जिले का अंग था किंतु कुछ वर्ष पहले इसे डीडवाना–कुचामन नाम से अलग जिला बना दिया गया है। प्रस्तुत आलेख में डीडवाना से प्राप्त शिलालेख दिए गए हैं। यह सामग्री डॉ. मोहनलाल गुप्ता की पुस्तक नागौर जिले का राजनीतिक एवं सांस्कृतिक इतिहास से ली गई है।
दिल्ली दरवाजा अभिलेख, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – (1) धुल-हिज्ज 15 हि. 606 (10 जून 1210),
(2) द्वितीय रबी 15 हि. 608 (26 सितम्बर 1211)
विवरण – ख्वाजगी के पौत्र एवं महमूद के पुत्र महान एवं विद्वान इमाम रशीदुद्दीन झाऊ की मृत्यु प्रथम तिथि को हुई तथा द्वितीय तिथि को उस पर स्मारक बनवाया गया। (संदर्भ, ए.रि.इं.ए. 1968-69 संख्या 411)
स्मारक अभिलेख, भाषा: देशज
तिथि – कार्तिक वदि 15, शुक्रवार वि.सं. 1379 (ई.1322)
विवरण – बीहाणी हरीराम के नाम का उल्लेख है।
डाकखाने के पास वाली मस्जिद का अभिलेख, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – 10 मुहर्रम हि.सं. 779 (19 मई 1377)
विवरण – हाजी बिन मुहम्मद धन नस्साज द्वारा मस्जिद बनवाने का उल्लेख है। (संदर्भ, डॉ. एम.ए. चगताई द्वारा ए.इं.मु. 1949-50, पृ. 19)
शेखों की मस्जिद का अभिलेख, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – हि.सं. 779 (ई.1377-78)
विवरण – अभिलेख में अबुल मुजफ्फर सुल्तान फिरूजशाह के शासन में तातार खान खब्बाज द्वारा मस्जिद का निर्माण करवाए जाने का उल्लेख हुआ है।
(संदर्भ, डॉ. एम. ए. चगताई, ए.इं.मु. 1949-50, पृ. 20)
बन्द मस्जिद का अभिलेख, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – 20 रबी-ई हि. 786 (12 मई 1384)
विवरण – मिन्हाजन्-नाशीही के पौत्र एवं ख्वाजगी के पुत्र कबीर ने मस्जिद बनवाई। (संदर्भ, डॉ. चगताई, ए.इं.मु. 1949-50, पृ. 20)
सय्यदों की मस्जिद का अभिलेख, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – रबी हि. 840 (अक्टूबर, 1436)
विवरण – खान-इ-अजम एवं खाकान ई. मुअज्जम मुजाहिद खान द्वारा नगरपनाह एवं दरवाजे बनावाने का उल्लेख हुआ है।
मस्जिद का अभिलेख, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – हि. 889 (ई.1484-85)
विवरण – मजलिस-इ-अली फीरूज खान के समय शहरपनाह एवं लाडनूं दरवाजे का जीर्णोद्धार हुआ। फीरूज खान नागौर के शम्स खाँ का प्रपौत्र, मुजाहिद खाँ का पौत्र एवं शल्लाबत खाँ का पुत्र था। (संदर्भ, डॉ. चगताई, ए.इं.मु. 1949-50, पृ. 22)
जामा मस्जिद की पृष्ठ भित्ती का लेख, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – शव्वाल 896 (अगस्त 1491)
विवरण – शम्स खाँ के प्रपौत्र, मुजाहिद खाँ के पौत्र एवं शलावत खाँ के पुत्र फीरूज खान के काल में शेरदिल खानी के पौत्र एवं अला के पुत्र मलिक हिजब द्वारा मस्जिद का जीर्णोद्धार हुआ। (संदर्भ, डॉ. चगताई, ए.इं.मु. 1949-50, पृ. 22)
सती अभिलेख, भाषा: देशज
तिथि – चैत्र सुदि 9, वि.सं. 1593 (ई.1536)
विवरण – गदाधर के पुत्र बदरी की मृत्यु होने पर उसकी पत्नी सती हुई।
शेखों की मस्जिद का अभिलेख, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – 12 शबान हि. 961 (13 जुलाई 1554)
विवरण – जुलाहों के संघ द्वारा मस्जिद के निर्माण का उल्लेख हुआ है। (संदर्भ, डॉ. चगताई, ए.इं.मु. 1949-50, पृ. 23)
हाजी मोहम्मद ताज का अभिलेख, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – मुहर्रम हि. 970 (सितम्बर 1562)
विवरण – हाजी मोहम्मद ताज द्वारा मस्जिद के बनवाए जाने का उल्लेख हुआ है।
हरदासियों की छतरी का अभिलेख, भाषा: संस्कृत
तिथि – मार्गशीर्ष वदि 6, रविवार वि.सं. 1621 (ई.1564)
विवरण – बीहाणी वंश के साह श्री हरदास तथा उसके पुत्र हरीराम के नाम का उल्लेख है।
हरदासियों के कुएं का अभिलेख, भाषा: संस्कृत
तिथि – चैत्र सुदि 1, वि. सं. 1624, शाके 1489 (ई.1567)
विवरण – अभिलेख में निम्नलिखित वंशावली दी गई है- ….. इसका पुत्र प्रयागदास, उसका पुत्र हरीदास तथा उसका पुत्र …….
ढोलियों की मस्जिद का अभिलेख, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – हि. 977 (ई.1569)
विवरण – इस मस्जिद का निर्माण बादशाह अबुल मुजफ्फर फिरोजशाह सुल्तान (तृतीय) के शासनकाल में हुआ।
तकिया मस्जिद का अभिलेख, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – हि. 985 (ई.1577)
विवरण – मस्जिद का निर्माण बादशाह मोहम्मद अकबर के काल में मोहसिन द्वारा हुआ। अब्दुर्रहीम नागौरी उर्फ रहीम द्वारा लिखित एवं उत्कीर्ण।
तकिया मस्जिद की मिहराव का अभिलेख, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – हि. 990 (ई.1582-83)
विवरण – अकबर के शासनकाल में इस मस्जिद का निर्माण पीर मुहसिन द्वारा करवाया गया। अब्दुर्रहीम द्वारा सृजित एवं उत्कीर्ण। (संदर्भ, डॉ. चगताई, ए.इं.मु. 1949-50, पृ. 24)
स्तम्भ अभिलेख, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – हि. 1000 (ई.1591)
विवरण – काजी इसादुल’मुल्क द्वारा अकबर के दरबारी मिर्जा अब्दुल लतीफ की देख-रेख में एक किले का निर्माण हुआ। नि’र्मतुल्लाह द्वारा सृजित एवं जान मोहम्मद द्वारा उत्कीर्ण। (संदर्भ, डॉ. चगताई, ए.इं.मु. 1949-50, पृ. 24)
डीडवाना के दुर्ग के द्वार का अभिलेख, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – हि. 1010 (ई.1601)
विवरण – बादशाह जलालुद्दीन मोहम्मद अकबर के शासनकाल में मिर्जा अब्दुल्लतीफ द्वारा दुर्ग के निमित होने का उल्लेख हुआ है।
सती स्मारक अभिलेख, भाषा: संस्कृत
तिथि – भाद्रपद सुदि 13, वि.सं. 1682 (ई.1625)
विवरण – गोवर्धन बिहाणी की मृत्यु एवं उसकी पत्नी रेखा के सती होने का उल्लेख है।
कचहरी की मस्जिद का लेख, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – हि. 1048 (ई.1638)
विवरण – बादशाह शाहजहाँ के शासनकाल के 11वें वर्ष में मुहम्मद शरीफ की देखरेख में मस्जिद के निर्माण का उल्लेख हुआ है। (संदर्भ, डॉ. चगताई, ए.इं.मु. 1949-50, पृ. 26)
स्तम्भ अभिलेख, भाषा: देशज
तिथि – वैशाख सुदि 14, वि.सं. 1704 (ई.1647)
विवरण – इस अभिलेख में परसराम द्वारा राघोदास के स्तम्भ के निर्माण का उल्लेख है जिस पर 4001 रुपया व्यय हुआ।
धोबियों की मस्जिद का अभिलेख, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – रजब 24 (?) हि. 1072 (5 मार्च 1662)
विवरण – चार दरवेशों से सम्बन्धित छन्द उत्कीर्ण है। (संदर्भ, ए.रि.इं.ए. 1969-70, संख्या 149)
दीन दरवाजे का अभिलेख, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – ज्मादि उल अव्वल हि. 1073 (दिसम्बर 1662)
विवरण – दीन दरवाजे का निर्माण बादशाह आलमगीर के राज्यकाल में दिदर खान की देखरेख में हुआ। मीर मोहम्मद मुराद द्वारा उत्कीर्ण।
जुलाहों की मस्जिद का अभिलेख, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – रमदान 5 हि. 1074 (22 मार्च 1664)
विवरण – अबुल फजल के पुत्र फिरूज द्वारा मस्जिद बनवाने का उल्लेख है। (संदर्भ, ए.रि.इं.ए. 1969-70 संख्या 151)
बन्द मस्जिद का अभिलेख, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – 20 जमादि उस्सानी हि. 1075 (29 दिसम्बर 664)
विवरण – इस मस्जिद का दूसरी बार निर्माण अबुल मुजफ्फर मोहिउद्दीन मोहम्मद औरंगजेब बहादुर आलमगीर बादशाह के शासन के आठवें वर्ष में मोहम्मद आरिफ के निर्देशन में हुआ। (संदर्भ, डॉ. चगताई, ए.इं.मु. 1949-50, पृ. 27)
ईदगाह अभिलेख, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – शव्वाल 1 हि. 1075 (17 अप्रेल 1665)
विवरण – मिर्जा मुहम्मद आरिफ की देखरेख में मस्जिद बनवाने का उल्लेख है। (संदर्भ, ए.इं.मु. 1949-50, पृ. 26-27 तथा ए.रि.इं.ए. 1969-70 सं. 148)
ईदगाह का अभिलेख, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – 1 शव्वाह हि. 1075 (17 अप्रेल 1665)
विवरण – इस मस्जिद का निर्माण मिर्जा मोहम्मद आरिफ के निर्देशन में हुआ। (संदर्भ, डॉ. चगताई, ए.इं.मु. 1949-50, पृ. 27)
बन्द मस्जिद का अभिलेख, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – द्वितीय जुमादा 1 हि. 1076 (29 नवम्बर 1665)
विवरण – हाफिज्ज मिर्जा मुहम्मद आरिफ की देखरेख में मस्जिद निर्माण का उल्लेख है। (संदर्भ, ए.इं.मु. 1949-50, पृ. 27 तथा ए.रि.इं.ए. 1969-70 संख्या 125)
लोहारों की मस्जिद का अभिलेख, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – हि. 1076 (ई.1665-66)
विवरण – मिर्जा मुहम्मद आरिफ के प्रान्तपतित्व काल में लोहारों के मुहल्ले में लोहार नूरा, इदू तथा फिरुज द्वारा मस्जिद का निर्माण हुआ। हाफिज अब्लुल्लाह अन्सारी नागोरी द्वारा लिखित। (संदर्भ, ए.रि.इं.ए. 1969-70 संख्या 152)
भण्डारियों के कुएं का अभिलेख, भाषा: देशज
तिथि – माघ सुदि 5, वि.सं. 1724 (ई.1667)
विवरण – कायस्थ माणक भण्डारी एवं दुर्गादास ने कुएं की प्रतिष्ठा करवाई।
काजियों की मस्जिद का अभिलेख, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – हि. 1080 (ई.1669-70)
विवरण – सैयद फदुल्लाह को देवदूत ने स्वप्न में दर्शन दिये एवं कहा कि उसके चरणचिह्न जो पावआ में स्थित हैं, उन्हें यहाँ (डीडवाना में) लाकर स्थापित करो। निर्देशानुसार फदुल्लाह चरणचिह्नों को अपने सिर पर रख कर यहाँ लाया। (संदर्भ, ए.रि.इं.ए. 1968-69 संख्या 413)
शेखों की मस्जिद के मुख्य द्वार का अभिलेख, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – 22 मोहर्रम हि. 1086 (8 अप्रेल 1675)
विवरण – फिरोज दाउद की दरगाह अबुल मुजफ्फर मोहिउद्दीन मोहम्मद औरंगजेब के शासनकाल में पूरी होने का उल्लेख है। यह मस्जिद फीरोज, जहान नामी स्त्री एवं मिय्याशा की निगरानी एवं मालिकाना अधिकार में बनवाई गई। ये लोग तेली थे।
बिसातियों की मसिजद का अभिलेख, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – हि. 1086 (ई.1675-76)
विवरण – सम्भवतः मस्जिद पूर्ण होने का उल्लेख है। (संदर्भ, ए.रि.इं.ए. 1969-70 संख्या 154)
मस्जिद-इ-सय्यीदान का अभिलेख, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – हि. 1089 (ई.1678-79)
विवरण – सय्यीद कबीर द्वारा मस्जिद बनवाए जाने का उल्लेख है। (संदर्भ, ए.इं.मु. 1949-50, पृ. 48)
कस्साबों की मस्जिद का अभिलेख, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – प्रथम रबी 7 1091 (28 मार्च 1680)
विवरण – शाह महब्बत धिमाली के शिष्य इनायत फकीर के प्रयासों से मस्जिद के निर्माण का उल्लेख हुआ है। (संदर्भ, ए.रि.इं.ए. 1969-70 संख्या 150)
दीन दरवाजे का अभिलेख, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – जुमाद प्रथम हि. 1093 (अप्रेल 1681)
विवरण – बादशाह आलमगीरशाह के समय में दीदर खाँ की देखरेख में दरवाजे के निर्माण का उल्लेख हुआ है। दरवाजे का नाम ‘दीन दरवाजा’ रखा गया।
मोचियों की मस्जिद का अभिलेख, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – रजब 1 हि. 1097 (14 मई 1686)
विवरण – दर्या मोची की देखरेख में मस्जिद निर्माण का उल्लेख है। साथ ही पीरू बिल्लू तथा ईदू मोची का भी उल्लेख है। (संदर्भ, ए.रि.इं.ए. 1969-70 संख्या 141)
सती स्मारक अभिलेख, भाषा: देशज
तिथि – श्रावण सुदि 12, वि.सं. 1747 (ई.1690)
विवरण – हरीकरण की पत्नी के सती होने का उल्लेख है।
कबीरी मस्जिद का अभिलेख, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – 7 जिल्हिज हि. 1122 (16 जनवरी 1711)
विवरण – इस मस्जिद का निर्माण सुल्तान मोहम्मद मोअज्जम शाह बहादुर आलमगीर (बहादुरशाह प्रथम) के शासनकाल के 5वें वर्ष में शाह चुंगी मदारी के निर्देशन में हुआ। (संदर्भ, डॉ. चगताई, ए.इं.मु. 1949-50, पृ. 29)
बन्द मस्जिद अभिलेख, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – हि. 1143 (ई.1730-31)
विवरण – राजा किशनसिंह द्वारा एक महल बनवाए जाने का उल्लेख है। (संदर्भ, ए.रि.इं.ए. 1969-70 संख्या 136)
डाकघर के पास वाली मस्जिद का अभिलेख, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – 21 जमादि उस्सानी हि. 1154 (23 अगस्त 1741)
विवरण – इस मस्जिद का निर्माण मोहम्मद शाह गाजी के शासनकाल में शाह शाकिर अली के शिष्य शाह अब्बास की देखरेख में हुआ।
मोचियों की मस्जिद, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – धुल-हिज्ज 1 हि. 1184 (18 मार्च 1771)
विवरण – मस्जिद निर्माण का उल्लेख है। (संदर्भ, ए.रि.इं.ए. 1969-70 संख्या 140)
जामा मस्जिद का अभिलेख, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – ज्ञात नहीं।
विवरण – कुरान की आयत उत्कीर्ण है- खुदा सर्वशक्तिमान एवं सर्वव्यापी है।
सती स्मारक अभिलेख, भाषा: देशज
तिथि – माघ सुदि 1, सोमवार वि.सं. 1835 शाके 1700 (ई.1778)
विवरण – खींची ठाकुर गोरधन की मृत्यु तथा उसकी दो पत्नियों के सती होने का उल्लेख है।
स्मारक अभिलेख, भाषा: देशज
तिथि – वैशाख सुदि 3, वि.सं. 1843
विवरण – महंत जानकीदास के नाम पर स्मारक बनाये जाने का उल्लेख है।
स्मारक अभिलेख, भाषा: देशज
तिथि – वैशाख वदि 11, वि.सं. 1883, शाके 1748
विवरण – जोसि (जोशी) शिवकृष्ण की पत्नी हरसा के सती होने का उल्लेख है।
सती स्मारक लेखभाषा: देशज
तिथि – भाद्रपद वदि 12, सोमवार वि.सं. 1901
विवरण – कायस्थ माथुर माणक भण्डारी, ठाकुर सुषराम के प्रपौत्र, सुरताराम के पौत्र एवं सांवतराम के पुत्र मेघराज की मृत्यु पर उसकी पत्नी पारबती सती हुई।
जामा मस्जिद का अभिलेख, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – जिल्हिज हि. 1263 (28 नवम्बर 1847)
विवरण – इस मस्जिद का निर्माण शाह सिराजुद्दीन बहादुर बादशाह गाजी (बहादुरशाह द्वितीय) के शासनकाल में कैम खान के पुत्र मलिक दैपखान के प्रयत्न से हुआ। (संदर्भ, डॉ. चगताई, ए.इं.मु. 1949-50, पृ. 30)
कूप निर्माण अभिलेख, भाषा: देशज
तिथि – आषाढ़ सुदि 7, शनिवार वि.सं. 1905 (ई.1848)
विवरण – डीडवाना निवासी संगिराम एवं उदयराम द्वारा कुएं का निर्माण करवाया गया।
महाराजाधिराज तखतसिंह का अभिलेख, भाषा: देशज
तिथि – चैत्र सुदि 11, वि.सं. 1910 (ई.1853)
विवरण – महाराजाधिराज महाराजा श्री तखतसिंह द्वारा आदेश दिया गया कि स्थानीय दयालजी महाराज के मेले में कोई शस्त्र युक्त सिपाही नहीं आये।
जामी मस्जिद का अभिलेख, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – शव्वाल 20 हि. 1271 (6 जुलाई 1855)
विवरण – अरबी एवं उर्दू में एक-एक छन्द उल्लिखित है।
जामा मस्जिद के अभिलेख, भाषा: अरबी-फारसी एवं हिन्दी
तिथि – ई.1855-56
विवरण – इनमें से एक लेख द्विभाषी है जिसमें लिखा है कि कुछ दुकानें सुलतान पीर मुहम्मद पहाड़ी की दरगाह की हैं। इन्हें गिरवी नहीं रखा जा सकता। दूसरे लेख में दुकान का किराया नहीं देना या उसका दुरूपयोग करना गुनाह बताया गया है। (संदर्भ, एन्यू.रि.इण्डि.एपि. 1969-70 नं. डी. 120-121)
देस्वालियों की मस्जिद, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – रजब 27 हि. 1273 (23 मार्च 1857)
विवरण – मस्जिद निर्माण का उल्लेख है। (संदर्भ, ए.रि.इं.ए. 1969-70 सं. 129)
मारगीर सपेरा के लेख, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – ई.1210, ई.1911
विवरण – लेख में दी गई प्रथम तिथि का उल्लेख इमाम राशिउद्दीन झाका के लिए है जो बड़ा आपिम था और ख्वाजा मारगीर सपेरा का प्रपौत्र था। उसकी एक दरगाह ई.1911 में बनवाई गई।
रामसर कुएं का अभिलेख, भाषा: देशज
तिथि – रावण वदि 6, सोमवार वि.सं. 1983 (ई.1926)
विवरण – इस बेरे का निर्माण चैत्र सुदि 11, वि.सं. 1910 को महाराज के आदेश से निरंजनी साधुओ ने मिलकर करवाया तथा वि.सं. 1983 में जीर्णोद्धार करवाया।
जामा मस्जिद का अभिलेख, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – ज्ञात नहीं
विवरण – कुरान की एक आयत लिखी है- ईश्वर जो चाहता है वही कर देता है।
जामा मस्जिद का अभिलेख, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – ज्ञात नहीं।
विवरण – हदीस का पद लिखा है- पैगम्बर मोहम्मद का कथन है कि जो यहाँ (पृथ्वी पर) मस्जिद बनवाता है उसे स्वर्ग में मकान मिलता है।
हाजी मोहम्मद ताज द्वारा निर्मित मस्जिद का लेख, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – ज्ञात नहीं।
विवरण – कुरान की आयत लिखी है- खुदा के अतिरिक्त और कोई नहीं है, मोहम्मद उसका पैगम्बर है।
हाजी मोहम्मद ताज द्वारा निर्मित मस्जिद का लेख, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – ज्ञात नहीं
विवरण – कुरान की आयत लिखी है- खुदा का कथन है कि उसके (खुदा के) अतिरिक्त किसी की उपासना नहीं की जाये।
पुराने किले के पास वाली मस्जिद का अभिलेख, भाषा: अरबी-फारसी
तिथि – रबी-उल-अव्वल हि…..
विवरण – इस मस्जिद का निर्माण अबुल-मुजफ्फर फिरोज शाह सुल्तान के शासनकाल में हुआ।



