ठाकुर विजयसिंह ने दुर्ग के चारों ओर बुर्जों का तथा दुर्ग के भीतर महलों का निर्माण करवाया। उसने चारों कोनों पर चार बुर्ज बनवाईं जहाँ से तोपें चलाई जाती थीं।
चौमूं का किला स्थल दुर्ग, पारिख दुर्ग तथा धान्वन दुर्ग की श्रेणी में आता है। निर्माण के समय यह चारों ओर से वन प्रदेश से घिरा हुआ था इस कारण ऐरण श्रेणी का दुर्ग था। अब दुर्ग के चारों ओर के वन कट गये हैं।