हाड़ौती क्षेत्र पर पहले मीणों का राज्य था। बूंदा मीणा को परास्त करके चौहानों की खींची शाखा के राजपूतों ने इस क्षेत्र पर अधिकार किया। चौहानों का राज्य बूंदी कहलाया। इस वंश के राजा हरराज के नाम पर बूंदी के राजा हाड़ा राजपूत कहलाए। उसी के नाम पर इस क्षेत्र का नाम हाड़ौती हुआ। बूंदी राज्य में से कोटा राज्य निकला, कोटा राज्य में से झालावाड़ राज्य अलग हुआ। आजादी के बाद हाड़ौती क्षेत्र में कोटा, बूंदी, झालवाड़ तथा बारां जिले बनाए गए।