Thursday, May 15, 2025
spot_img
Home अजमेर

अजमेर

इस आलेख शृंखला में अजमेर संभाग के जिलों एवं मध्यकालीन किशनगढ़ रियासत का राजनीतिक एवं सांस्कृतिक इतिहास दिया गया है।

अजमेर संभाग में अजमेर, ब्यावर, डीडवाना-कुचामन, केकड़ी, नागौर, शाहपुरा तथा टोंक जिलों को रखा गया है।

आजादी से पहले अजमेर एवं मेरवाड़ा प्रत्यक्ष ब्रिटिश शासित क्षेत्र था तथा ब्यावर में ब्रिटिश असिस्टेंट कमिश्नर बैठता था जो आधुनिक जिला कलक्टारों के समकक्ष पद था।

वर्तमान समय में अजमेर, एक जिला है तथा किशनगढ़ अजमेर जिले का उपखण्ड है जबकि ब्यावर अलग जिला बना दिया गया है। मेरवाड़ा का क्षेत्र अजमेर तथा ब्यावर जिलों में विभक्त हो गया है।

 

- Advertisement -

Latest articles

मारवाड़ की उत्तराधिकार राजनीति - www.rajasthanhistory.com

मारवाड़ की उत्तराधिकार राजनीति में पासवान गुलाबराय

0
अठारहवीं शताब्दी ईस्वी में मारवाड़ की उत्तराधिकार राजनीति में पासवान गुलाबराय की भूमिका कुछ समय के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हो गई थी किंतु वह...
मारवाड़ी बनियों - rajasthanhistory.com

मारवाड़ी बनियों का स्वतंत्रता आंदोलन में योगदान

0
अंग्रेजों द्वारा अनेक मारवाड़ी बनियों पर कठोर कार्यवाही की गई। मारवाड़ी बनियों का मानना था कि ब्रिटिश साम्राज्यवाद उनके विकास के मार्ग में अवरोध...
आगर की पुरातात्विक सामग्री - rajasthanhistory.com

आगर की पुरातात्विक सामग्री

0
कोटा जिले में स्थित आगर की पुरातात्विक सामग्री करई नदी के बाईं ओर के तट पर स्थित एक ऊंचे स्थान पर बिखरी पड़ी है।...
Gaps in Rajasthan History - rajasthanhistory.com

Gaps in Rajasthan History

0
From eighteenth century A.D., the historians are working on the history of Rajasthan. But the history of Rajasthan is far much older than the...
निष्कलंक सम्प्रदाय - www.rajasthanhistory.com

निष्कलंक सम्प्रदाय के संस्थापक मावजी

0
राजस्थान के वागड़ क्षेत्र में मावजी ने वैष्णव धर्म के अंतर्गत जो सम्पदाय स्थापित किया उसे निष्कलंक सम्प्रदाय कहते हैं किंतु स्थानीय लोग इसे...
// disable viewing page source