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खाटू
खाटू का प्राचीन नाम षट्कप है। जब शक शासक भारत में आये थे, तब वे अपने साथ दो नवीन प्रकार के कूप (कुएं) भारत...
फलवर्द्धिका (फलौदी)
मेड़ता रोड़ रेल्वे स्टेशन से लगभग दो किलोमीटर दूर स्थित फलवर्द्धिका गांव अब मेड़ता रोड कस्बे में ही सम्मिलित हो गया है। फलवर्द्धिका 10वीं...
कुचामन
जहाँ आज कुचामन बसा हुआ है, वहाँ किसी समय कुचबन्धियों की ढाणी थी। शाहजहाँ के शासनकाल में कुचामन मारोठ के गौड़ों के अधीन था।...
मारोठ
मारोठ कुचामन रोड रेलवे स्टेशन से 11 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में स्थित है। यह गांव किसी समय बहुत बड़ा कस्बा था। मूथा नैणसी ने 17वीं...
हरसौर
हरसौर डेगाना-पुष्कर मार्ग पर स्थित है। यह एक प्राचीन गांव है। इसका पुराना नाम हर्षपुर है। आज से सवा सौ वर्ष पहले इस गांव...
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