नागौर का संदर्भ साहित्य नागौर का इतिहास लिखने के लिए अत्यंत उपयोगी सामग्री उपलब्ध करवाता है। इस आलेख में डॉ. मोहनलाल गुप्ता द्वारा लिखित पुस्तक नागौर जिले का इतिहास से प्रकाश डाला गया है।
नागौर जिले से सम्बन्धित इतिहास की प्राचीन सामग्री संस्कृत, हिन्दी, राजस्थानी तथा अरबी-फारसी ग्रंथों में यथाप्रसंग प्राप्त होती है। ये ग्रन्थ ख्यात, वंशावली, वचनिका, बात, वार्ता, नीसाणी, कुर्सीनामा, झूलणा, झमाल, छप्पय, कवित्त, गीत तथा विगत आदि नामों से प्राप्त होते हैं।
जोधपुर, बीकानेर तथा जयपुर राज्य के शासकों द्वारा समय-समय पर जारी किये गये फरमान, रुक्के, खरीते तथा तहरीरें भी नागौर जिले के विभिन्न नगरों, गांवों, शासकों, जागीरदारों, सरकारी कर्मचारियों एवं व्यापारियों की जानकारी उपलब्ध करवाते हैं। यह सामग्री मुख्यतः बीकानेर स्थित राजस्थान अभिलेखागार, जोधपुर स्थित राजस्थान प्राच्य विद्या संस्थान तथा जोधपुर स्थित मानसिंह पुस्तक प्रकाश में उपलब्ध है। राजस्थान राज्य अभिलेखागार की अजमेर तथा जयपुर की अभिलेख शृंखलाओं में भी नागौर के इतिहास की जानकारी उपलब्ध है। राजस्थान राज्य अभिलेखागार की अजमेर तथा उदयपुर की अभिलेख शृंखलाओं में भी नागौर के इतिहास की जानकारी उपलब्ध है। यद्यपि स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा चारणों, रावों, भाटों तथा ब्राह्मणों से प्राप्त लिखित सामग्री को राज्य अभिलेखागारों, शोध संस्थानों तथा प्राच्य विद्या संस्थानों में संग्रहीत कर लिया गया है तथापि अब भी गांवों में इतिहास का बहुत बड़ा भण्डार इधर-उधर बिखरा पड़ा है तथा अभी तक प्रकाश में नहीं आ सका है।
जो विपुल सामग्री अभिलेखागारों में संग्रहीत कर ली गई है उसे भी अभी तक पूरा नहीं पढ़ा गया है। विभिन्न ठिकानों, जैन धर्म के गच्छों तथा पुराने श्रेष्ठियों के प्रतिष्ठानों में उपलब्ध विपुल सामग्री को भी प्रकाश में लाने की आवश्यकता है।
नागौर का संदर्भ साहित्य
नागौर के इतिहास से सम्बन्धित प्रमुख ग्रंथ एवं लिखित सामग्री की एक संक्षिप्त सूची यहाँ दी जा रही है-
संस्कृत-प्राकृत ग्रंथ
(1) महाभारत (2) वाल्मीकि रामायण (3) पृथ्वीराज विजय महाकाव्यम् (4) शब्दकल्पद्रुम (5) तैत्तरीय संहिता (6) तैत्तरीय ब्राह्मण (7) शतपथ ब्राह्मण (8) काठक संहिता (9) कुवलयमाला कथा (10) सुरथोत्सव सोमेश्वर (11) प्रभावक चरित (12) जिनप्रभ सूरि कृत विविध तीर्थकल्प (13) अजात जैन साधु कृत पैरोज खान प्रशस्ति।
राजस्थानी ग्रंथ
(1) दयालदास कृत दयालदास की ख्यात, (2) मुंहता नैणसी कृत मुंहता नैणसी री ख्यात (3) मुंहता नैणसी कृत मारवाड़ परगना री विगत (4) सूर्यमल्ल मिश्रण कृत वंशभास्कर, (5) बांकीदास कृत बांकीदास री ख्यात (6) मुंदियाड़ री ख्यात (7) कविराज श्यामलदास कृत वीर विनोद (8) सबलजी सांदू कृत राजा इन्द्रसिंह री झमाल (9) मारवाड़ की ख्यात (10) जोधपुर राज्य की ख्यात
(11) रामचन्द्र बनमाली कृत नागौर री हकीकत (12) राव मालदेव री बात (13) गूलर मोर्चा लगा जिण रो चक (14) रघुनाथ कृत नागौर रे मामले री बात (15) राठौड़ अमरसिंह गजसिंहोत री बात (16) अजीत विलास (17) बीदावतों की ख्यात (18) मोहिलों की ख्यात (19) राव अमरसिंह रा झूलणा (20) राठौड़ां री वंशावली अर ख्यात, प्राच्य विद्या प्रतिष्ठान जोधपुर में संग्रहीत ग्रंथांक 20130 (21) हम्मीर रासो (22) हम्मीर महाकाव्य।
अरबी-फारसी ग्रंथ
(1) इबनेबतूता कृत अजाइबुल असफार (2) फरिश्ता कृत तारीखे फरिश्ता (3) जियाउद्दीन बरनी कृत तारीखे फीरोजशाही (4) शम्स-ए-सिराज अफीफ कृत तारीखे फीरोजशाही (5) अमीर खुसरो कृत तुगलकनामा (6) अमीर खुसरो कृत दीवाने वस्तुल हयात
(7) अमीर खुसरो कृत खजायनुल फुतूह (8) एसामी कृत फतूहूस्स लातीन (9) यहियाबिन अहमद कृत तारीखे मुबारक शाही (10) मिनहास उस सिराज कृत तबकात-ए-नासिरी (11) अबू रीहान अलबरूनी कृत तारीख उल-हिन्द (किताब-उल-हिन्द)
(12) हसन निजामी कृत ताज-उल-मासिर-सद्रुद्दीन (13) अमीर खुसरो कृत मिफताहुल फुतूह (14) ऐनलमुल्क ऐनुद्दीन अब्लुल्लाह कृत इंशा-ए-माहरू (15) अब्दुल कादिर अलबदायूनी कृत मुन्तखबुत्तवारीख (16) ख्वाजा निजामुद्दीन अहमद कृत तबकात-ए-अकबरी (17) हाजी उद्दबीर कृत जफरूल वालेह वे मुजंफ्ूफर एवं आलेह (18) शेख सिकन्दर कृत मिरआत-ए-सिकन्दरी
(19) अब्दुल्लाह कृत तारीख-ए-दाउदी (20) शिहाबुद्दीन अल उमरी कृत मसालिकुल अबसार फी ममालिकुल अमसार (21) साबिर अली कृत इन्वि शाफुल मखलूक (22) मुतहर कड़ा कृत दीवाने मुतहर कड़ा (23) रुस्तम अली कृत तारीख-ए-हिन्दी
(24) -अली मुहम्मद खाँ कृत मिरआत-ए-अहमदी (25) कलन्दर कृत खैरूल-मजालिस-हमीद (26) अमीर खुर्द कृत सियरूल औलिया (27) मुहम्मद बिहामद खानी कृत तारीख-ए-मुहम्मदी (28) बाबर कृत तुजुक-ए-बाबरी (29) गुलबदन कृत हुमायूंनामा
(30) वायंजीद कृत तजकिर-ए-हुमायूं एवं अकबर (31) मुहम्मद कबीर कृत अफसाना-ए-शाहानशेख (32) हसन अली खाँ कृत तवारीख-ए-दोलत-ए-शेरशाही (33) अहमद यादगार कृत तारीख-ए-शाही (34) अबुल फजल अल्लामी कृत आईन-ए-अकबरी (35) अब्बास खाँ सरवानी कृत तारीख-ए-शेरशाही
(36) अबुल फलज अल्लामी कृत अकबरनामा (37) जहांगीर कृत तुजुक-ए-जहांगारी (38) मोतमद खाँ कृत तारीख-ए-मुहम्मदी (39) अब्दुल हमीर लाहोरी कृत पादशाहनामा (40) मुल्ला अहमद और आसफ खाँ कृत तारीख-ए-अलफी
(41) मिर्जा मोहम्मद काजिम कृत अलमगीरनामा (42) साकी मुस्तैद खाँ कृत मआसिर-ए-आलमगीरी (43) खाफी खाँ कृत मुन्तखब-उल-लुबाब (44) चन्द्रभान कायस्थ कृत चहार गुलशन (45) इनायत उल्ला खाँ कृत एहकाम-ए-आलमगीरी (46) ईश्वर दास नागर कृत फुतूहात-ए-आलमगीरी ।
बीकानेर अभिलेखागार में संग्रहीत नागौर का संदर्भ साहित्य
अंग्रेजी एवं हिन्दी के अभिलेख
जोधपुर महाराजा के सचिवालय के विभिन्न विभागों की पत्रावलियां, ई.1880 से ई.1950 तक हिन्दी तथा अंग्रेजी भाषा में होने वाले राजकीय कार्य, आदेश एवं पत्राचार का विवरण देती हैं जिनसे नागौर क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक क्रियाकलापों की जानकारी मिलती है।
इन पत्रावलियों में एडमिनिस्ट्रेशन, एग्रीकल्चर, एनीमल हसबेन्ड्री, इकोनोमिक डवलपमेंट, केटलफेयर, कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्रीज, मिलिट्री, होम कस्टम, पुलिस, म्युनिसिपेलिटी, अर्कियोलोजी, सोशियल सेटलमेंट, सर्वे, टाउन प्लानिंग, फेमीन, जागीर एण्ड ठिकाना, हुकूमत, सेंसस, मेडिकल, हवाला आदि विषयों की पत्रावलियां हैं।
जोधपुर सरकार की पॉलिटिकल डिपार्टमेंट की गोपनीय पत्रावलियां तथा अखबारी कतरनें नागौर में स्वतंत्रता आन्दोलन की गतिविधियों पर अच्छा प्रकाश डालती हैं। नागौर परगने के हिन्दी भाषा के अभिलेख ई.1885 से 1900 तक के उपलब्ध हैं।
इनमें जागीरदारों के मुकदमों के फैसले एवं राजस्व सम्बन्धी झगड़ों के निर्णय आदि की जानकारी मिलती है। जयपुर राज्य की वकील रिपोर्ट ई.1656 से 1723 तक (कुल संख्या 374) राजस्थानी भाषा में उपलब्ध हैं।
जयपुर राज्य के खरीते में वि.सं. 1766 से 1899 के बीच नागौर के शासकों द्वारा जयपुर के शासकों को राजस्थानी भाषा में लिखे गये 16 खरीते नागौर-जयपुर राज्यों के सम्बन्धों पर प्रकाश डालते हैं। जयपुर राज्य की होम डिपार्टमेंट की पत्रावलियों से नागौर में स्वतंत्रता आंदोलन की गतिविधियों की जानकारी मिलती है।
बीकानेर की कागद बही संवत् 1811 से लेकर 1900 तक की हैं। बीकानेर की सावा बहियां संवत् 1753 से 1900 तक की हैं। इन बहियों में नागौर क्षेत्र के व्यपार पशु मेले, व्यापारिक मार्ग, व्यापार पद्धति तथा आर्थिक विषयों पर जानकारी देती हैं। बीकानेर राज्य के सचिवालय की होम डिपार्टमेंट एवं बीकानेर प्रेस कटिंग फाइलें नागौर के स्वतन्त्रता आन्दोलन की जानकारी देती हैं। ये पत्रावलियां ई.1920 से 1947 तक की हैं।
फारसी अभिलेख
फारसी भाषा में नागौर से सम्बन्धित सूचनाएं 18वीं सदी तथा उसके बाद की हैं। नागौर क्षेत्र के जागीरदारों को मिले गांवों के पट्टे तथा रकम-रेखों के खातों की जानकारी वाली कुल 50 बहियां हैं जो वि.सं. 1764 से वि.सं. 1996 तक की हैं।
जोधपुर शासकों द्वारा नागौर के शासकों को जो खरीते (पत्र आदि) लिखे गये, उनकी जानकारी देने वाली 17 खरीता बहियां हैं जो संवत 1750 से 1757 तक की हैं। खास परवाना रुक्का-बहियां 10 हैं, ये बहियां संवत् 1722 से 1955 तक खास परवानों एवं रुक्कों की जानकारी देती हैं।
नागौर के शासकों के विवाह आदि की जानकारी देने वाली विवाह बहियां 8 हैं जो सं. 1765 से 1979 तक की जानकारी देती हैं। दफ्तरी विभाग की बहियां 156 हैं जो संवत् 1821 से 1985 तक नागौर कचहरी, कोतवाली एवं सायर की जानकारी देती हैं।
इन बहियों से प्रशासनिक व्यवस्था, राजस्व प्रशासन, सैनिक प्रबन्ध, तोप खाना, जागीरदारों, प्रशासनिक अधिकारियों एवं कर्मचारियों के नाम एवं पदनाम, उनके वेतन तथा अधिकार आदि की जानकारी मिलती हैं। देवस्थान बही में संवत् 1860 से 1900 तक नागौर के मंदिरों पर विस्तार से जानकारी उपलब्ध हैं।
नागौर सरकार, नागौर हुकूमत तथा नागौर परगना आदि के नाम से लगभग 500 बहियां हैं। इन बहियों में नागौर री कमठा बही सं. 1838, सरकार नागौर कोतवाली चबूतरे रो मासवारो सं. 1857, नागौर रे गांवा रे पट्टे री बही सं. 1875, सरकार नागौर रे सायर खालसे रे जमाखर्च रो मासवारो सं. 1886, हुकूमत नागौर रो जमाखर्च सं. 1890, मूंडवे रे मेले री कुसक री बही सं. 1894, षटदरसण रै अदालत री कागदा री बही
सं. 1908, सरकार नागौर रे किले रे कमठे रे काम री बही सं. 1909, नागौर रे किले री मरम्मत रो नावों सं. 1909, सरकार नागौर रो गांव इन्दोरणों सेठ सुखलाल लाभ चन्द रे इजारे री, नागौर रा गांव जोदज्याल री पट्टी री लाटा लाटिया तिण रे खर्च री बही सं. 1918, फौज नागौर रे जमाखर्च रे नावें संवत् 1928-29,
परगना नागौर रे अन्न रे कोठार रो खरड़ो सं. 1931, नागौर हुकूमत रो मासवारो सं. 1932, नागौर सावा बही सं. 1941, परगना नागौर रे आबकारी सावा बही सं. 1941, श्री हुजूर री सवारी नागौर पधारी तिण रे हिसाब री बही संवत् 1944, सावा बही गांव मूण्डवा संवत् 1945, नागौर री टकसाल रो नावो सं. 1957, सावा बही मौजा जायल संवत् 1961 से 67 आदि प्रमुख हैं।
जोधपुर राज्य की पोर्टफोलियो फाइलों की संख्या 31 हैं। इनमें 18वीं और 19वीं सदी में दूसरी रियासतों, शासकों तथा नागौर के शासकों द्वारा जोधपुर राज्य को लिखे गये खरीते, रुक्के, फरमान, तहरीरें आदि हैं।
जोधपुर राज्य के एतिहासिक कार्यालय की सामग्री में बात, वार्ता, ख्यात, तवारीख, वचनिका, वंशावली, नीसाणी, कुर्सी नामा, हाल, डिंगलगीत, दवावैत, झूलणा, झमाल, छप्पय, कत्ता, मरसिया तथा कवित्त आदि उपलब्ध हैं। इनमें नागौर के इतिहास की जानकारी मिलती है।
इस सामग्री में नागौर के मामले री बात, राव अमरसिंह की ख्यात तथा राव रायसिंह की ख्यातें महत्वपूर्ण हैं। नागौर जिले के कई गांवों की जागीरदारों की खांपों सहित ख्यातें उपलब्ध हैं। इनमें करमसोत, रायमलोत, पतावत, सिंधल, मांडणोत, कूंपावत, जोधा, असायत, मंडता, नारावत, नाथावत, चांपावत, रतनोत, केसरीसिंहोत, रायधण की ख्यातें उल्लेखनीय हैं।
नागौर के हरदयाल माथुर का अभिलेख संग्रह फारसी भाषा में लिखा हुआ है। इसमें जमीन सम्बन्धी विवादों के निर्णयों के 93 प्रलेख हैं। एक प्रलेख अल्लाऊदीन खिलजी के काल का है, शेष अकबर से औरंगजेब तक के काल के हैं। हरदयालचन्द के पूर्वज अपने समय के प्रमुख कानूनगो थे।
जयपुर राज्य की फारसी भाषा में लिखी अखबारात की अभिलेख शृंखला ई.1666 से 1721 तक के (कुल संख्या 3022) एवं वकील रिपोर्ट ई.1657 से 1715 तक के (कुल 1466) में नागौर से सम्बन्धित मुगल दरबार में घटने वाली प्रत्येक घटना का विवरण है।
बीकानेर राज्य की जकात बहियां जो 18वीं सदी के प्रारम्भ से लेकर स्वतंत्रता पूर्व तक की हैं, नागौर और बीकानेर के मध्य होने वाले व्यापार तथा व्यापारियों की सूचना देती हैं। बीकानेर की संवत् 1807 तथा 1821 की जकात बहियां उल्लेखनीय हैं।
पट्टाभिलेख
ई.1954 में जागीरदारी प्रथा समाप्त कर दी गई तथा नागौर जिले की 20,817 सेटल्ड जागीरें, 6000 खालसा ग्रामों की जागीरें तथा 3,777 धार्मिक जागीरें राजस्थान सरकार ने अवाप्त कर लीं। जागीरदारों को उचित मुआवजा देकर उनके पट्टे जागीर आयुक्त राजस्थान सरकार ने प्राप्त कर लिये।
ई. 1977 में राजस्थान राज्य अभिलेखागार ने इन पट्टों का अधिग्रहण कर लिया। अब ये पट्टे राज्य अभिलेखागार जयपुर में रखे हैं। ई.1903 से ई.1957 के बीच की अवधि में लिखे हुए 51 जागीरों के पट्टे 250 बहियों अथवा पंजिकाओं में रखे हैं।
आधुनिक काल का नागौर का संदर्भ साहित्य
हिन्दी भाषा के ग्रंथ
(1) महामहोपाध्याय गौरीशंकर हीराचंद ओझा कृत जोधपुर राज्य का इतिहास, बीकानेर राज्य का इतिहास, उदयपुर राज्य का इतिहास, (2) मांगीलाल व्यास मयंक कृत राजस्थान के अभिलेख (3) डॉ. गोपीनाथ शर्मा कृत राजस्थान का इतिहास (4) सम्पादक जहूर खाँ मेहर द्वारा सम्पादित राजस्थान इतिहास रत्नाकर (5) ठा. ईश्वर सिंह मडाढ कृत राजपूत वंशावली
(6) डॉ. डी. वी. क्षीर सागर एवं डॉ. नवल कृष्ण द्वारा सम्पादित नागौर का राजनीतिक एवं सांस्कृतिक वैभव (7) डॉ. कस्तूरी चन्द कासलीवाल कृत शाकंभरी प्रदेश के सांस्कृतिक विकास में जैन धर्म का योगदान (8) पं. विश्वेश्वरनाथ रेऊ कृत मारवाड़ का इतिहास (9) जगदीशसिंह गहलोत कृत मारवाड़ राज्य का इतिहास (10) मथुरालाल शर्मा कृत मुगल साम्राज्य का पतन
(11) पं. राम करण आसोपा कृत मारवाड़ का संक्षिप्त इतिहास (12) विलियम विल्फ्रेड वेब कृत राजपूताने के हिन्दू रजवाड़ों के सिक्के (हिन्दी अनुवाद डॉ. मांगीलाल व्यास मयंक) (13) दुर्गालाल माथुर कृत राजस्थान के प्रमुख अभिलेख (14) लाडनू गौरव जैन विश्व भारती (15) शिवदान सुजस
(16) डॉ. हुकुमसिंह भाटी कृत राजस्थान के मेड़तिया राठौड़, (16) डॉ. मोहनलाल गुप्ता कृत जालोर का राजनीतिक एवं सांस्कृतिक इतिहास, लाल किले की दर्दभरी दास्तान, तीसरा मुगल जलालुद्दीन मुहम्मद अकबर, दिल्ली सल्तन की दर्दभरी दास्तान, मध्यकालीन भारत का इतिहास।
हिन्दी पत्रिकाएं
(1) वरदा (2) परम्परा ।
अंग्रेजी भाषा के ग्रंथ
(1) डॉ. दशरथ शर्मा कृत अर्ली चौहान डायनेस्टीज (2) डॉ. दशरथ शर्मा द्वारा सम्पादित राजस्थान थ्रू द एजेज (3) द हिस्ट्री एण्ड कल्चर ऑफ द इण्डियन पीपुल (बम्बई, 1960) (4) सर वेलेजली हैग कृत द कैम्ब्रिज हिस्ट्री ऑफ इण्डिया (5) के. एस. लाल कृत हिस्ट्री ऑफ द खिलजीज
(6) कर्नल जेम्स टॉड कृत एनल्स एंड एन्टीक्विटीज ऑफ राजस्थान (7) कैलाश चन्द्र जैन कृत एन्शिएन्ट सिटीज एण्ड टाउन्स ऑफ राजस्थान (8) एच. एम. इलियट एंड जे. डॉसन कृत हिस्ट्री ऑफ इण्डिया एज टोल्ड बाइ इट्स ओन हिस्टोरियन्स (9) डायनेस्टिक हिस्ट्री ऑफ नॉर्दर्न इण्डिया (10) आर. बी. सिंह कृत हिस्ट्री ऑफ चाहमान्स
(11) वी. एन. रेऊ कृत द ग्लोरीज ऑफ मारवाड़ एण्ड ग्लोरियस राठौड्स (12) वी. एन. रेऊ कृत कॉइन्स ऑफ मारवाड़ (13) डॉ. गोपीनाथ शर्मा कृत द सोशल लाइफ इन मिडाइवल राजस्थान।
गजेटियर्स
(1) के. डी. अर्सकिन द्वारा सम्पादित गजेटियर ऑफ जोधपुर स्टेट (2) के. डी. अर्सकिन द्वारा सम्पादित इम्पीरियल गजट ऑफ राजस्थान (3) राजस्थान डिस्ट्रिक्ट गजेटियर्स नागौर 1975.
जर्नल्स एवं पीरियोडिकल्स
(1) एपीग्राफिया इण्डिका (2) जर्नल ऑफ एशियाटिक सोसाइटी ऑफ बंगाल (3) इण्डियन एन्टीक्वेरी (4) प्रोग्रेसिव रिपोर्ट ऑफ आर्कियोलोजिकल सर्वे ऑफ इण्डिया वेस्टन सर्किल (5) एनुअल रिपोर्ट ऑफ सुमेर पब्लिक लाइब्रेरी
(6) एपीग्राफिया इण्डोमुस्लिमिका (7) एनुअल रिपोर्ट ऑफ इण्डियन एपीग्राफी (8) एपीग्राफिया इण्डिया अरेबिक एण्ड पर्सियन सप्लीमेंट (9) इण्डियन आर्कियोलोजी रिव्यू, भारत सरकार।
शोधग्रंथ
हिस्ट्री ऑफ नागौर इन द मिडाइवल पीरियड (1206 ए. डी. – 1752 ए. डी.) इलाहाबाद विश्वविद्यालय का अप्रकाशित शोध ग्रंथ।
प्रोसीडिंग्स ऑफ द हिस्ट्री कांग्रेस एण्ड अदर आर्टीकल्स
(1) द खानजादाज ऑफ नागौर देयर ओरिजिन एंड हिस्ट्री, राजस्थान हिस्ट्री कांग्रेस प्रोसीडिंगस, भाग 5 अजमेर सेशन 1972 (2) ए ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ नागौर, उड़ीसा हिस्टॉरिकल रिसर्च जर्नल भाग 7, अक्टूबर 1958 तथा जनवरी 1959 (3) साइड लाइट्स ऑन द मिडाइवल हिस्ट्री ऑफ नागौर इण्डियन हिस्ट्री कांग्रेस, प्रोसीडिंगस मैसूर 1966
(4) इम्पोरटेन्स ऑफ नागौर इन मेवाड़-गुजरात कॉनफिलिक्ट इण्डियन हिस्ट्री कांग्रेस भाग 1, चण्डीगढ़ 1973 (5) ओरिजिन ऑफ द प्रतिहार्स, ए रिवाइज्ड स्टडी, जर्नल इण्डियन हिस्ट्री त्रिवेन्द्रम। (6) बिगनिंग ऑफ सिविलाइजेशन इन राजस्थान सांकलिया, उदयपुर सेमीनार (7) नागौर: ए फारगोटन किंगडम बुलेटिन ऑफ दी डेक्कन कॉलेज रिसर्च इन्स्टीट्यूट पूना नवम्बर, 1940.



 
                                    
