Tuesday, October 22, 2024
spot_img
Home मारवाड़ बालोतरा जिला

बालोतरा जिला

बालोतरा जिला बाड़मेर जिले से अलग हुआ है। यह जिला 7 अगस्त, 2023 को अस्तित्व में आया। बालोतरा जिले का क्षेत्रफल 10,551 वर्ग किमी है तथा 2011 की जनगणना के अनुसार बालोतरा जिले की जनसंख्या 9,70,760 है। बालोतरा जिले में पचपदरा, सिवाना, सिणधरी, बायतू, समदड़ी, कल्याणपुर और गिड़ा नातक 7 तहसीलें सम्मिलित की गई हैं। बालोतरा जिले में 1216 गाँव हैं। बालोतरा अत्यंत प्राचीन काल से कपड़ा उद्योग के लिए प्रसिद्ध है।

No posts to display

- Advertisement -

Latest articles

खण्डेला दुर्ग - www.rajasthanhistory.com

खण्डेला दुर्ग

0
मुगल बादशाह अकबर के समय खण्डेला पर निर्वाण राजपूत शासन करते थे। वे लम्बे समय से यहाँ शासन करते आ रहे थे।
सूरतगढ़ दुर्ग - www.rajasthanhistory.com

सूरतगढ़ दुर्ग

0
सूरतगढ़ दुर्ग के लिए अधिकतर ईंटें रंगमहल से लाई गई थीं। रंगमहल भी यौधेयों का प्राचीन एवं महत्वपूर्ण स्थल था
अनूपगढ़ दुर्ग - www.rajasthanhistory.com

अनूपगढ़ दुर्ग

0
ई.1678 में जोहियों द्वारा निर्मित पुराने दुर्ग के स्थान पर एक नया दुर्ग बनवाया गया जिसका नाम बीकानेर नरेश अनूपसिंह के नाम पर अनूपगढ़ दुर्ग रखा गया।
इंदौर दुर्ग

इंदौर दुर्ग – टपूकड़ा दुर्ग

0
निकुंभ क्षत्रियों द्वारा बनवाये जाने के बाद इंदौर दुर्ग तब तक हिन्दुओं के अधिकार में रहा जब तक कि दिल्ली पर मुसलमानों की सत्ता स्थापित नहीं हो गई।
अलवर दुर्ग - www.rajasthanhistory.com

अलवर दुर्ग

0
प्रतापसिंह ने उसकी बात मान ली तथा अलवर दुर्ग पर अधिकार कर लिया। 25 दिसम्बर 1775 को प्रतापसिंह ने दुर्ग में प्रवेश किया।
// disable viewing page source