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कुम्भलगढ़ दुर्ग
कुंभलगढ़ मेवाड़ राज्य का नैसर्गिक सुरक्षा कवच था तथा इसे राजस्थान के सर्वाधिक सुरक्षित किलों में से माना जाता था।
मधुपुरगढ़
मधुपुरगढ़ के अब अवशेष ही देखे जा सकते हैं। इसका निर्माण कोटा महाराव मुकुंदसिंह ने अरावली पर्वत शृंखला में कोटा से मालवा जाने वाले...
शाहाबाद दुर्ग
शाहाबाद का भू-भाग, बुन्देलखण्ड का भाग है। यहाँ बुन्देलखण्डी भाषा बोली जाती है। शाहाबाद के धंधेरा शासकों के, बुन्देलखण्ड के बुन्देल शासकों से विवाह सम्बन्ध होते थे।
अजमेर दुर्ग
इस दुर्ग के वास्तविक निर्माताओं एवं दुर्ग के निर्माण काल की अब कोई जानकारी उपलब्ध नहीं होती है। संभवतः चौहानों के काल में इसका निर्माण नहीं हुआ क्योंकि किसी भी चौहान लेख में इसका उल्लेख नहीं है।
तारागढ़ दुर्ग (बूंदी)
तारागढ़ के नाम से विख्यात यह दुर्ग, बूंदी नगर से बाहर अरावली की पहाड़ियों में कोटा-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित 182 मीटर की ऊँचाई पर निर्मित है।
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